बढ़ता अपराध व नशाखोरी

राजस्थान के बड़े होने व कई किमी.लंबे थानाक्षेत्र होने की वजह से प्रशासनिक पकड़ कमजोर रही है जिस वजह से आज पूरे राजस्थान में माफियां,अपराधी,तस्कर,बदमाशों का वर्चस्व बढ़ रहा है। मरुस्थलिय इलाको में भिन्न प्रकार के तस्कर जैसे खनन माफिया,लकड़ी माफियां,तेल माफियां,शराब माफिया,अफीम-डोडा माफियां,हथियार माफिया आदि बड़ी तेजी से गैंग बना रहे है व प्रशासन क्षेत्राधिकार बड़ा होने से प्रभावी अंकुश लगाने में फैल हो रहा है। बेरोजगारी व गरीबी के चलते युवा नशाखोरी व अपराध के दल दल में घुसते जा रहे है जिसका खामियाजा प्रदेश को उठाना पड़ रहा है। देश के सबसे संवेदनशील अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर का सबसे बड़ा राज्य आज इन माफियाओं के चक्रव्यूह में फंसता चला जा रहा है जो आने वाले वक्त में किसी बड़े आतंकी गतिविधियों व नक्सलवाद की तरह रुख कर सकता है। 

देश की आंतरिक सुरक्षा व अखण्डता के लिए प्रदेश जरूरी है।

छोटा प्रदेश - खुशहाल प्रदेश, बने अपना मरूप्रदेश