राजस्थान में कोई भी सरकार बन जाए वो सिर्फ जयपुर,उदयपुर,कोटा,अजमेर आदि जिलों के सौंदर्यीकरण व पर्यटन पर ध्यान देती है।
मरुक्षेत्र के शेखावाटी की हवेलियां भूमाफियाओं के चलते टूट रही है व फिल्मों का पंसदीदा जगह मंडावा की हवेलियां व बाजार अपनी विरासत खो रहे है। स्वामी विवेकानंद की नगरी खेतड़ी का महल जीर्णशीर्ण अवस्था में आ चुका है। बीकानेर,जैसलमेर,सिरोही व जोधपुर इतिहासिक धरोहरों,विरासतों,बेजोड़ कला के बड़े महलों,गढ़ो व इमारतों के साथ अपने हस्तशिल्प बाजारों के लिए विश्व प्रसिद्ध है पर सरकारो की बेरुखी के चलते पर्यटन उधोग यहां पिछड़ता जा रहा है।